TDS on Salary for FY 2024-25: मुख्य अपडेट और यह आपको कैसे प्रभावित करता है
परिचय
हाल ही में, CBDT ने Circular No. 03-2025 जारी किया है, जो Financial Year 2024-25 के लिए TDS on Salary के नियमों में महत्वपूर्ण अपडेट लेकर आया है। यह circular Section 192 of the Income-tax Act, 1961 के अंतर्गत नियोक्ताओं और कर्मचारियों दोनों के लिए कर कटौती (TDS) की सही गणना करने में सहायक है। इस लेख में हम विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे कि कैसे यह circular, New Tax Regime और Old Tax Regime के बीच बदलाव, increased Leave Encashment Exemption (₹25 Lakh तक) और Agniveer Corpus Fund contributions आपके कर दायित्व और वित्तीय योजना को प्रभावित करते हैं।
Circular No. 03-2025 का अवलोकन
Circular No. 03-2025, जो 20 फरवरी 2025 को जारी किया गया, एक विस्तृत मार्गदर्शिका है जिसे CBDT ने TDS on Salary के संदर्भ में जारी किया है। इस circular में Finance (No.2) Act, 2024, Finance (No.1) Act, 2024 और Finance Act, 2023 के संशोधनों को शामिल किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य नियोक्ताओं को सही तरीके से TDS गणना करने में सहायता करना और कर्मचारियों को उनके कर दायित्वों के बारे में स्पष्ट जानकारी प्रदान करना है।
इस circular में प्रमुख अपडेट्स में शामिल हैं:
- New Tax Regime और Old Tax Regime के बीच स्पष्ट अंतर
- Non-government employees के लिए Leave Encashment Exemption में वृद्धि (अब ₹25 Lakh तक)
- Agniveer Corpus Fund contributions पर पूर्ण tax-deductibility
- कर्मचारियों द्वारा घोषित अतिरिक्त आय या हानि के आधार पर TDS गणना में पारदर्शिता
1. Tax Slabs में परिवर्तन (New vs. Old Tax Regime)
Finance Act 2024 के अंतर्गत, कर स्लैब में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। कर्मचारियों के पास दो विकल्प हैं:
New Tax Regime (Section 115BAC):
New Tax Regime में concessional tax rates तो प्रदान किए गए हैं, लेकिन deductions और exemptions काफी सीमित हैं। नीचे दिए गए तालिका में New Tax Regime के tax slabs दिए गए हैं:
Annual Income |
Tax Rate (%) |
Up to
₹3,00,000 |
0% |
₹3,00,001
– ₹7,00,000 |
5% |
₹7,00,001
– ₹10,00,000 |
10% |
₹10,00,001
– ₹12,00,000 |
15% |
₹12,00,001
– ₹15,00,000 |
20% |
Above
₹15,00,000 |
30% |
ध्यान दें: Section 87A के अंतर्गत, यदि taxable income ₹7 लाख तक है, तो कर शून्य रहेगा। केवल NPS (Section 80CCD(2)) और Agniveer Corpus Fund (Section 80CCH) जैसे employer contributions पर छूट दी जाएगी।
Old Tax Regime:
Old Tax Regime में deductions और exemptions की व्यापक सुविधा उपलब्ध है। इसमें निम्नलिखित लाभ शामिल हैं:
- Section 80C के तहत ₹1.5 Lakh तक की कटौती (जैसे LIC, EPF, PPF आदि)
- Section 80D के तहत ₹50,000 तक की कटौती (Health Insurance)
- House Rent Allowance (HRA)
- Home Loan Interest Deduction (Section 24b)
नीचे Old Tax Regime के tax slabs दिए गए हैं:
Annual Income |
Tax Rate (%) |
Up to
₹2,50,000 |
0% |
₹2,50,001
– ₹5,00,000 |
5% |
₹5,00,001
– ₹10,00,000 |
20% |
Above
₹10,00,000 |
30% |
सही विकल्प चुनें:
यदि आप अपने deductions और exemptions का पूरा लाभ उठाना चाहते हैं, तो Old Tax Regime आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। वहीं, यदि आप सरल कर गणना चाहते हैं तो New Tax Regime चुनना उपयुक्त रहेगा।2. Leave Encashment Exemption में वृद्धि (₹25 Lakh तक)
Circular No. 03-2025 में एक महत्वपूर्ण बदलाव के तहत, non-government employees के लिए leave encashment exemption limit को बढ़ाकर ₹25 Lakh कर दिया गया है।
उदाहरण:
यदि किसी private sector कर्मचारी का रिटायरमेंट पर leave encashment ₹30 Lakh है, तो अब केवल ₹5 Lakh taxable होगा। पहले की तुलना में, कर में काफी राहत मिलेगी।
फायदे:
- Tax Savings: Leave encashment पर अधिक छूट मिलने से कर देनदारी में उल्लेखनीय कमी आएगी।
- Retirement Planning: रिटायरमेंट के समय आय में संभावित गिरावट के मद्देनज़र, यह exemption आपकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
3. Agniveer Corpus Fund Contributions: Fully Tax-Deductible
Circular No. 03-2025 ने Agniveer Corpus Fund contributions के लिए एक नया कर लाभ प्रस्तुत किया है, जो विशेष रूप से Agnipath Scheme से जुड़े defense personnel के लिए महत्वपूर्ण है।
मुख्य बिंदु:
- Employee Contributions: Agniveers द्वारा किए गए contributions 100% tax-deductible हैं (Section 80CCH(1) के अंतर्गत)।
- Government Contributions: Central Government द्वारा किए गए contributions भी 100% tax-deductible हैं (Section 80CCH(2) के अंतर्गत)।
इससे न केवल कर योग्य आय में कटौती होती है, बल्कि defense सेक्टर के कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति भी सुदृढ़ होती है।
4. Practical Implications for Salaried Employees (व्यावहारिक प्रभाव)
Circular No. 03-2025 के अनुसार, नियोक्ताओं को अपने payroll systems को अपडेट करना अनिवार्य है ताकि TDS की सही गणना सुनिश्चित की जा सके। आइए देखें कि ये बदलाव आपके लिए कैसे महत्वपूर्ण हैं:
TDS गणना में पारदर्शिता:
- कर्मचारी अपने अतिरिक्त आय या हानि (जैसे house property loss) को नियोक्ता के साथ साझा कर सकते हैं, जिससे TDS की गणना में सटीकता आती है।
- नियोक्ता को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी संबंधित आय स्रोतों को ध्यान में रखते हुए TDS की गणना की जाए।
Tax Regime का चयन:
- प्रत्येक कर्मचारी को अपने deductions और exemptions के आधार पर New Tax Regime या Old Tax Regime में से एक का चुनाव करना चाहिए।
- सही tax regime का चयन आपके overall tax liability को काफी प्रभावित कर सकता है।
Leave Encashment का लाभ:
- Increased Leave Encashment Exemption (अब ₹25 Lakh तक) से रिटायरमेंट पर मिल रहे लाभ को अधिकतम किया जा सकता है।
- यह बदलाव विशेषकर private sector कर्मचारियों के लिए कर बचत में सहायक सिद्ध होगा।
Agniveer Benefits:
- Agnipath Scheme से जुड़े कर्मचारियों के लिए Agniveer Corpus Fund contributions पर कर में पूर्ण छूट मिलना एक बड़ा लाभ है।
- यह कर कटौती सीधे उनके taxable income को कम करती है, जिससे उनकी overall बचत में सुधार होता है।
सावधानियाँ:
- TDS से संबंधित नियमों का पालन न करने पर Sections 271C और 276B के तहत जुर्माना और दंड का प्रावधान है।
- समय पर और सही TDS कटौती न केवल कानूनी अनुपालन में मदद करती है, बल्कि कर्मचारियों और नियोक्ताओं के बीच विश्वास भी बनाए रखती है।
विस्तृत विश्लेषण और टैक्स प्लानिंग के टिप्स
Circular No. 03-2025 के तहत नियोक्ताओं को निर्देशित किया गया है कि वे कर्मचारियों द्वारा घोषित आय और अन्य घटकों को ध्यान में रखते हुए TDS की गणना करें। इससे न केवल कर दायित्व में पारदर्शिता आती है, बल्कि संभावित कर विवादों से भी बचा जा सकता है।
Form 16 और Form 24Q में अपडेट्स:
- अब “Education Cess” की जगह “Health & Education Cess” प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे रिटर्न में स्पष्टता आएगी।
- नए कॉलम और विवरण TDS रिकॉर्ड को और अधिक सटीक बनाएंगे।
टैक्स प्लानिंग के महत्वपूर्ण टिप्स:
- Regime Selection:
अपनी वार्षिक आय, उपलब्ध deductions और exemptions का मूल्यांकन करें और उसी के अनुसार tax regime का चयन करें। - Regular Updates:
कर नियमों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं। नियमित रूप से official circulars और tax advisories की जाँच करें। - Financial Planning:
एक योग्य financial planner या chartered accountant से परामर्श करें ताकि आप अपने कर लाभ को अधिकतम कर सकें।
Agniveer Scheme का महत्व:
Agniveer Corpus Fund के अंतर्गत, Agniveers के contributions पर कर में छूट मिलने से defense सेक्टर के कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति में सुधार होता है। इससे उनके taxable income में सीधा कटौती होता है, जिससे बचत बढ़ती है।Leave Encashment के अतिरिक्त लाभ:
- Tax Savings:
Increased Leave Encashment Exemption से कर देनदारी में महत्वपूर्ण कमी आएगी। - Retirement Planning:
रिटायरमेंट के समय यह exemption आपके वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
नियोक्ताओं के लिए दिशा-निर्देश:
- अपने payroll systems को Circular No. 03-2025 के अनुसार अपडेट करें।
- नियमित अंतराल पर TDS सिस्टम का ऑडिट करें ताकि किसी भी प्रकार की चूक से बचा जा सके।
- कर्मचारियों को उनके कर रिटर्न के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करें ताकि वे सूचित निर्णय ले सकें।
अंत में
FY 2024-25 के लिए TDS on Salary में किए गए ये बदलाव न केवल कर प्रणाली को सरल बनाते हैं, बल्कि कर्मचारियों को उनके वित्तीय हितों की रक्षा में भी मदद करते हैं। नियोक्ता द्वारा सटीक TDS कटौती और कर्मचारियों द्वारा सही विकल्प चुनने से, दोनों पक्षों को कर अनुपालन में सहूलियत होती है।
आपके लिए सुझाव:
- अपनी salary structure की समीक्षा करें और यह तय करें कि आपके लिए कौन सा tax regime (New Tax Regime या Old Tax Regime) लाभदायक रहेगा।
- यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं, तो increased Leave Encashment Exemption का पूरा लाभ उठाएं।
- Agniveers के लिए Agniveer Corpus Fund contributions पर पूर्ण tax-deductibility का लाभ आपके taxable income को कम करने में सहायक है।
- किसी भी संदेह की स्थिति में, एक योग्य tax expert से परामर्श अवश्य करें।